शुक्र है कि ट्रेन को पलटने से बचाने के लिए बस इतना ही काफी था। हालांकि, ट्रेन में कई लोगों की धड़कनें रुक गई थीं। छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस (अमृतसर से बिलासपुर) किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली।
यह घटना मुरैना के हेतमपुर रेलवे स्टेशन और राजस्थान के धौलपुर के बीच चंबल नदी के किनारे हुई। छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी, तभी वह कमजोर ट्रैक से टकरा गई। अचानक झुकाव से यात्री चौंक गए।
शुक्र है कि मौके पर मौजूद गेटमैन ने यह देख लिया और तुरंत स्टेशन मास्टर को सूचित किया। उसने लोको पायलट को सचेत किया, जिसने आपातकालीन ब्रेकजिससे रेलगाड़ी रुक गई।
कुछ ही देर बाद रेलवे इंजीनियर मौके पर पहुंचे और पाया कि पटरी के नीचे की मिट्टी 6 फीट तक धंस गई थी।
ट्रेन करीब एक घंटे तक खड़ी रही, उसके बाद उसे 1.5 किलोमीटर प्रति घंटे की सावधानीपूर्वक गति से आगे बढ़ाया गया। पटरियों की मरम्मत की जा रही है और ट्रेनों की अधिकतम गति 20 किलोमीटर प्रति घंटे तक सीमित कर दी गई है।
हाल ही में क्षेत्र में हुई भारी बारिश के कारण यह हादसा हुआ है, जिसके कारण मुरैना-ग्वालियर डाउन ट्रैक पर दो स्थानों पर मिट्टी का कटाव हुआ है। प्रभावित क्षेत्रों में धौलपुर सीमा पर चंबल नदी पुल के पास का एक हिस्सा और हेतमपुर स्टेशन से लगभग 2.5 किमी दूर खंभे 1280/13 और 1280/17 के बीच का एक हिस्सा शामिल है।