कोर्ट रूम में अराजकता
फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, 3 जनवरी को एक वीडियो में रेड्डन को बेंच पर कूदते हुए और जज मैरी के होल्थस पर हमला करते हुए दिखाया गया, जब वह उसे सजा सुनाने वाली थीं। रेड्डन के प्रोबेशन के अनुरोध से शुरू हुई यह घटना हिंसक टकराव में बदल गई। जज पर हमला किया गया और कोर्ट कर्मियों ने बीच-बचाव किया, जिसके परिणामस्वरूप कई लोग घायल हो गए, जिसमें एक मार्शल का कंधा उखड़ गया और कोर्ट क्लर्क को चोटें आईं।
दोषी स्वीकारोक्ति और मानसिक बीमारी
रेड्डेन ने शुरू में छह आरोपों में दोषी होने की दलील दी, लेकिन बाद में अपनी दलील को संशोधित करके दोषी लेकिन मानसिक रूप से बीमार बताया। यह परिवर्तन जेल प्रणाली के भीतर उसकी नियुक्ति और उपचार को प्रभावित कर सकता है। आरोपों में 60 या उससे अधिक उम्र के संरक्षित व्यक्ति की पिटाई, एक सरकारी अधिकारी को डराना और एक कैदी द्वारा मारपीट करना आदि शामिल हैं।
न्यायाधीश की गवाही
अदालती कार्यवाही के दौरान जज होल्थस ने इस भयावह अनुभव का वर्णन करते हुए बताया कि कैसे हमले के कारण उन्हें सिरदर्द और अकड़न की समस्या हो गई थी। “वह इतना दृढ़ निश्चयी और इतना हिंसक था – यह डरावना था। मुझे नहीं लगा कि मैं वहां से निकल पाऊंगी,” उन्होंने भावुक होते हुए कहा।
आगामी न्यायालय की तिथियां
रेड्डन के मामले की सुनवाई जूरी द्वारा की जानी थी, लेकिन याचिका में बदलाव के कारण जूरी को खारिज कर दिया गया। रेड्डन के 7 नवंबर, 2024 को फिर से अदालत में पेश होने की उम्मीद है। हिंसक अपराधों के लिए पूर्व में दोषी ठहराए गए लोगों सहित उसका आपराधिक इतिहास, कानूनी प्रणाली के माध्यम से उसके मामले में एक जटिल परत जोड़ता है।