उदाहरण प्रस्तुत न करना
युवा व्याख्यानों से ज़्यादा अपने अवलोकन से ज्ञान प्राप्त करते हैं। मूर्ति माता-पिता को उदाहरण के तौर पर नेतृत्व करने की सलाह देते हैं। अगर उनके माता-पिता ईमानदारी, मज़बूत कार्य नैतिकता और दूसरों के प्रति सम्मान दिखाते हैं, तो उनके बच्चों में भी ये गुण विरासत में मिलने की संभावना है।