

लखनऊ: पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को भाजपा सरकार पर राज्य में लगातार हो रही हिंसा के लिए आरोप लगाया। मानव-पशु संघर्ष जिसके कारण निर्दोष लोगों, विशेषकर बच्चों की मौत हो जाती है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने सभी तरह की नीतियों को त्याग दिया है। परित्यक्त गोजातीय पशु जंगलों की सीमा से लगे गांवों के बाहरी इलाकों में। अन्ना पशु समेत ये गोवंश जंगली जानवरों के लिए भोजन बन गए और उन्हें अपने करीब ले आए। मानव आवाससपा प्रमुख ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, “अब ये जंगली जानवर भोजन के लिए इन मानव बस्तियों में प्रवेश करने लगे हैं, जिससे अंततः ग्रामीणों पर घातक हमले हो रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि बहराइच में स्थिति बदतर है लेकिन लखीमपुर, पीलीभीत, सुल्तानपुर, गोंडा और आसपास के जिलों से भी हमलों की खबरें आ रही हैं।
उन्होंने कहा, “सबसे बुरी बात यह है कि भाजपा सरकार यह पता लगाने में असमर्थ है कि कौन से जानवर ग्रामीणों पर हमला कर रहे हैं, उन्हें पकड़ना तो दूर की बात है। यह केवल अन्ना पशुओं को सरकार द्वारा छोड़े जाने की बात नहीं है, बल्कि आवारा सांड भी राज्य के हर शहर में आम बात है। हमने एक अभियान चलाया था जिसमें बताया गया था कि कैसे हर दिन शहरों में आवारा सांडों के हमलों में कम से कम एक इंसान की जान जा रही है। लेकिन सरकार अभी तक अपनी नींद से नहीं जागी है और इस पर ध्यान नहीं दे रही है।”