यह घटना हजारीबाग के छात्रों को आवंटित की गई NEET परीक्षा पुस्तिका के जलने के बाद हुई है। ओएसिस स्कूलजिसके प्रिंसिपल एहसानुल हक, वाइस प्रिंसिपल मोहम्मद इम्तियाज आलम और एक सहयोगी पत्रकार जमालुद्दीन हिरासत में हैं। हक और आलम को पिछले सप्ताह स्कूल से बर्खास्त कर दिया गया था।
सीबीआई का लक्ष्य परीक्षा से दो दिन पहले 3 मई को प्रश्नपत्रों के साथ छेड़छाड़ करने तथा उन्हें लीक के कथित मास्टरमाइंड संजीव मुखिया को सौंपने के लिए जिम्मेदार गिरोह के सदस्यों का पता लगाना है।
सीबीआई अधिकारियों के समक्ष उपस्थित होने वालों में शामिल एक होटल मालिक ने बताया, “हमें 3 मई से 6 मई के बीच ठहरने वाले सभी ग्राहकों के आगंतुक रजिस्टर, बिल बुक और आधार कार्ड रिकॉर्ड साथ लाने को कहा गया था।”
सूत्रों ने बताया कि पटना में ओएसिस से जुड़ी नीट परीक्षा पुस्तिका का जलना बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के निष्कर्षों की पुष्टि करता है कि यह पेपर संभवतः हजारीबाग स्कूल से लीक हुआ था। मामला सीबीआई को सौंपे जाने से पहले ईओयू ने प्रारंभिक जांच की थी।
सूत्रों ने दावा किया कि सीबीआई ने निष्कर्ष निकाला है कि मुखिया के निर्देश पर हक, आलम और जमालुद्दीन ने प्रश्नपत्र बॉक्स में छेड़छाड़ की थी। सीबीआई को संदेह है कि गिरोह के सदस्यों ने 6 मई को हजारीबाग से चेकआउट किया था, जो कि NEET परीक्षा के एक दिन बाद हुआ था, जिसके बाद होटलों की जांच की गई। नियमों के अनुसार, होटलों को कम से कम एक साल तक ग्राहकों के रिकॉर्ड को बनाए रखना आवश्यक है। कई अन्य होटल मालिकों और प्रबंधकों को भी सोमवार को इस तरह के विवरण के साथ बुलाया गया है।