आबकारी विभाग की टीम नासिक शहर से चांदवाड़ तक लगभग 100 किमी तक तस्करों का पीछा करने के बाद उनकी एसयूवी को रोकने की कोशिश कर रही थी, तभी उनकी गाड़ी को टक्कर मार दी गई।
तस्कर दमन से नासिक और नंदुरबार के रास्ते गुजरात में भारत निर्मित विदेशी शराब ले जा रहे थे। चांदवाड़ और मनमाड के बीच हरनुल गांव में रात 2 बजे पीछा किया गया, लेकिन तस्कर भागने में सफल रहे।
मृतक कैलास कस्बे (52) आबकारी विभाग की गाड़ी चला रहा था। घायलों की पहचान लासलगांव पुलिस स्टेशन के कांस्टेबल शशिकांत निकम और अरुण डोंगरे तथा आबकारी विभाग के राहुल पवार के रूप में हुई है।
नासिक के आबकारी विभाग के अधीक्षक शशिकांत गरजे ने बताया कि दमन से शराब लेकर गुजरात की ओर जा रही एक एसयूवी के बारे में सूचना मिली थी, जिसके बाद जाल बिछाया गया। उन्होंने बताया, “रविवार रात 11.30 बजे एक संदिग्ध एसयूवी (जीजे 19 डीएक्स 8886) को देखकर हमने उसका पीछा किया।”
एसयूवी चालक को जब पता चला कि उसका पीछा किया जा रहा है तो उसने पकड़े जाने से बचने के लिए साईखेड़ा-निफाड़-लासलगांव मार्ग अपनाया। आबकारी कर्मियों ने पुलिस से मदद मांगी और लासलगांव पुलिस भी पीछा करने में शामिल हो गई।
गार्जे ने कहा कि जब कास्बे ने एसयूवी को रोकने की कोशिश की, तो उसके चालक ने सरकारी वाहन को टक्कर मार दी, जिससे वाहन पलट गया, जिससे कास्बे की मौत हो गई और अन्य लोग घायल हो गए।
उन्होंने बताया कि पुलिस और आबकारी कर्मी एसयूवी और तस्करों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के तहत हत्या और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है।
कास्बे के परिवार में उनकी पत्नी, माता-पिता और 20 वर्षीय पुत्र हैं।