सरकार दुरुपयोग को रोकने के लिए एआई-आधारित सामग्री पर ‘वॉटरमार्किंग’ करने पर विचार कर रही है | भारत समाचार

नई दिल्ली: सरकार ने बुधवार को कहा कि वह “लेबलिंग और वॉटरमार्किंग” एआई-जनरेटेड कंटेंट के रूप में इसकी दुस्र्पयोग करना – जिसमें कृत्रिम रूप से निर्मित सामग्री का निर्माण शामिल है जैसे डीपफेक – इसमें गलत सूचना को बढ़ावा देने तथा चुनाव जैसी लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को बाधित करने की क्षमता है। ‘ पर चर्चाग्लोबल इंडियाएआई शिखर सम्मेलन‘ यहां आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव और सचिव एस कृष्णन ने एआई से होने वाले लाभों के बारे में बात की, साथ ही उन्होंने नीति-निर्माण और सुरक्षा-व्यवस्था बनाने का मामला बनाते हुए इसके दुरुपयोग के खिलाफ आगाह भी किया। कृष्णन ने एआई प्लेटफार्मों में अंतर्निहित पूर्वाग्रह को दूर करने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला, और कहा कि स्वदेशी आधारभूत मॉडल और अधिक भारत-केंद्रित डेटा विकसित करके इससे निपटा जा सकता है। शिखर सम्मेलन में उद्घाटन भाषण देते हुए वैष्णव ने कहा कि परिवर्तन और सामाजिक भलाई के लिए एआई की क्षमता स्पष्ट है, दुनिया भर के देश अत्याधुनिक तकनीकी छलांग से जुड़े खतरों और जोखिमों को भी पहचानते हैं। Source link

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