गुजरात में फर्जी स्कूल की दुकानों का भंडाफोड़ | भारत समाचार

एक टीम शिक्षा विभाग अधिकारियों ने शुक्रवार पर्दाफाश फर्जी अंग्रेजी माध्यम स्कूल पिछले सात वर्षों से किसी भी बोर्ड से संबद्धता के बिना कुछ चार दुकानों से चल रहा है पिपलिया गांवगुजरात के राजकोट से 19 किलोमीटर दूर स्थित इस स्कूल में कक्षा 1 से 10 तक की कक्षाएं चल रही थीं और इसमें कुछ पूर्व छात्रों को शिक्षक के रूप में रखा गया था, जिन्होंने केवल कक्षा 9 या 10 तक ही पढ़ाई की थी।तालुका प्राथमिक शिक्षा अधिकारी प्रभारी विमल गढ़वी ने बताया कि उन्हें पंचायत अध्यक्ष से शिकायत मिली थी कि गौरी इंग्लिश मीडियम स्कूल के दो छात्रों को स्कूल छोड़ने का प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया। गढ़वी ने कहा, “हमारे रिकॉर्ड की जांच करने पर पता चला कि इस नाम का कोई स्कूल नहीं है। हमने शुक्रवार को परिसर का निरीक्षण किया और पाया कि यह बिना किसी मान्यता के चल रहा था।” उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि इस स्कूल के छात्रों को शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत सोमवार तक इलाके के सरकारी या निजी स्कूलों में दाखिला दिलाया जाएगा। स्कूल की मालिक कात्यायनी तिवारी ने जोर देकर कहा कि प्राधिकरण और मान्यता की प्रक्रिया प्रगति पर है, यही वजह है कि कक्षाएं अस्थायी बुनियादी ढांचे से चलाई जा रही हैं। Source link

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एक टीम शिक्षा विभाग अधिकारियों ने शुक्रवार पर्दाफाश फर्जी अंग्रेजी माध्यम स्कूल पिछले सात वर्षों से किसी भी बोर्ड से संबद्धता के बिना कुछ चार दुकानों से चल रहा है पिपलिया गांवगुजरात के राजकोट से 19 किलोमीटर दूर स्थित इस स्कूल में कक्षा 1 से 10 तक की कक्षाएं चल रही थीं और इसमें कुछ पूर्व छात्रों को शिक्षक के रूप में रखा गया था, जिन्होंने केवल कक्षा 9 या 10 तक ही पढ़ाई की थी।तालुका प्राथमिक शिक्षा अधिकारी प्रभारी विमल गढ़वी ने बताया कि उन्हें पंचायत अध्यक्ष से शिकायत मिली थी कि गौरी इंग्लिश मीडियम स्कूल के दो छात्रों को स्कूल छोड़ने का प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया। गढ़वी ने कहा, “हमारे रिकॉर्ड की जांच करने पर पता चला कि इस नाम का कोई स्कूल नहीं है। हमने शुक्रवार को परिसर का निरीक्षण किया और पाया कि यह बिना किसी मान्यता के चल रहा था।” उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि इस स्कूल के छात्रों को शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत सोमवार तक इलाके के सरकारी या निजी स्कूलों में दाखिला दिलाया जाएगा। स्कूल की मालिक कात्यायनी तिवारी ने जोर देकर कहा कि प्राधिकरण और मान्यता की प्रक्रिया प्रगति पर है, यही वजह है कि कक्षाएं अस्थायी बुनियादी ढांचे से चलाई जा रही हैं। Source link

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