एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि पैनल ने मामले में हस्तक्षेप किया और इस संबंध में मीडिया रिपोर्टों के आधार पर स्वयं मामला दर्ज किया।
अभियुक्त मनु इसमें कहा गया है कि वह पिछले 10 वर्षों से केसीए में कोच था और उसे पहले ही यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया गया है।
शिकायतों का हवाला देते हुए आयोग ने कहा कि वह पीड़ित लड़कियों को पड़ोसी राज्य तमिलनाडु के तेनकासी ले गया और उनके साथ छेड़छाड़ की।
इसमें कहा गया है कि मनु पर पीड़ितों की नग्न तस्वीरें लेने का भी आरोप है। आरोपी ने उन बच्चों के साथ छेड़छाड़ की जो बड़ी उम्मीद के साथ क्रिकेट प्रशिक्षण के लिए आए थे।
इस बात पर गौर करते हुए कि घटना के बाद पीड़ित लड़कियां और उनके माता-पिता काफी मानसिक तनाव में थे, आयोग ने आगे कहा कि केसीए का कहना है कि उन्हें घटना की जानकारी नहीं थी।
बयान में कहा गया है कि एक पीड़िता द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद, अन्य लड़कियां भी क्रिकेट कोच के खिलाफ इसी तरह के छेड़छाड़ के आरोप लेकर पुलिस के पास पहुंचीं।