ईपीडीसीएल के अंतर्गत पांच अविभाजित जिले हैं, जिनमें तीन उत्तर आंध्र और दो गोदावरी जिले शामिल हैं, तथा इसके अंतर्गत विभिन्न श्रेणियों की लगभग 70 लाख सेवाएं हैं, जिनमें घरेलू (60 लाख), वाणिज्यिक (7 लाख), उद्योग 21,000 से अधिक, सामान्य प्रयोजन (श्रेणी IV) 1.4 लाख, कृषि 3.10 लाख और एचटी लगभग 4656 कनेक्शन शामिल हैं।
ईपीडीसीएल के सीएमडी प्रुधिव तेज के अनुसार, ग्राहक ऐप में अपना 16 अंकों का सेवा नंबर पंजीकृत करके विभिन्न सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं। ऐप की प्रमुख विशेषताओं में से एक बिल भुगतान विकल्प का उपयोग करके बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के बिजली बिलों का भुगतान करने की क्षमता है।
ग्राहक अपने बिजली उपयोग का विवरण, बिल का विवरण, भुगतान इतिहास और अन्य जानकारी भी देख सकते हैं। विद्युत आपूर्तिऐप में “मेरा उपयोग” विकल्प उपभोक्ताओं को उनके मीटर पर दिखाए गए उपभोग की गई इकाइयों की संख्या दर्ज करके अपने बिजली बिल का अनुमान लगाने की अनुमति देता है।
इसके अलावा, ग्राहक अपने आधार नंबर को ऐप के भीतर अपने सेवा नंबर से जोड़कर बिजली से संबंधित शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। गौरतलब है कि आरबीआई ने पहले पेटीएम, फोनपे और गूगल पे जैसे प्लेटफॉर्म के जरिए बिल भुगतान पर आपत्ति जताई थी। हालांकि, सीएमडी ने कहा कि ईपीडीसीएल वर्तमान में इन यूपीआई ऐप के जरिए बिजली बिल भुगतान को सक्षम करने के लिए बैंकों के साथ चर्चा कर रहा है।
मोबाइल ऐप के अलावा, उपभोक्ता ईपीडीसीएल की वेबसाइट www.apeasternpower.com के ज़रिए भी अपने बिल का भुगतान कर सकते हैं। सीएमडी प्रुद्वी तेज ने बताया कि ऐप या वेबसाइट के ज़रिए बिल का भुगतान करते समय, ग्राहकों के पास यूपीआई ऐप, नेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, वॉलेट और कैश कार्ड का इस्तेमाल करने का विकल्प होता है।