पुलिस ने बताया कि मंगलवार रात को दिहाड़ी मजदूरों के एक समूह ने करुणापुरम में शराब तस्करों द्वारा बेची जा रही अवैध शराब का सेवन कर लिया।
घर पहुंचने पर उनमें से ज़्यादातर ने चक्कर, सिरदर्द, उल्टी, जी मिचलाना, पेट दर्द और आंखों में जलन की शिकायत की। उनके परिवार के सदस्य उन्हें एक निजी अस्पताल और कल्लकुरिची सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले गए, जहां इलाज के बावजूद उनमें से चार की मौत हो गई।
20 से अधिक लोगों को सरकारी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया तथा 10 से अधिक लोगों को उन्नत उपचार के लिए पुडुचेरी के जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (जिपमेर) में रेफर किया गया।
जिला कलेक्टर ने कहा, “मौत का कारण अभी पता नहीं चल पाया है। तीन लोगों की मौत उनके घरों में हुई। एक व्यक्ति की मौत पेट दर्द की शिकायत के बाद हुई। दूसरे को दौरा पड़ा और उसकी मौत हो गई। एक व्यक्ति की मौत पुरानी बीमारियों के कारण हुई। हमने रक्त के नमूने एकत्र किए हैं और उन्हें विल्लुपुरम और जिपमेर में फोरेंसिक प्रयोगशालाओं में भेज दिया है। विल्लुपुरम और जिपमेर में फोरेंसिक प्रयोगशालाओं से परीक्षण के परिणाम प्राप्त होने के बाद ही हम मौत के कारण का पता लगा पाएंगे,” कलेक्टर ने कहा।
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष मई में विल्लुपुरम जिले के एक गांव में अवैध अरक खाने से 22 लोगों की मौत हो गई थी।