हाल ही में मेडिकल कॉलेजों में लगे ‘हेल्थ सिंडिकेट’ के पोस्टरों में दोनों के नाम प्रमुखता से दिखाई दिए। दोनों को एक-दूसरे के करीबी सहयोगी भी माना जाता है। आरजी कर पूर्व प्राचार्य संदीप घोष.
डे, अपराध स्थल पर लाल टी-शर्ट पहने वह व्यक्ति है जिसे कोलकाता पुलिस ने अपराधी बताया है। फिंगरप्रिंट विशेषज्ञ कौन आईएमए बंगाल वह बर्दवान मेडिकल कॉलेज में आरएमओ के रूप में काम करते थे, जो अब आईपीजीएमईआर में प्रथम वर्ष के सर्जरी पीजीटी हैं।
स्वास्थ्य विभाग की अधिसूचना में कहा गया है, “उन्हें पश्चिम बंगाल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण और अपील) नियम, 1971 के नियम 7 (1) (ए) के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और अगले आदेश तक विभागीय कार्यवाही जारी रहेगी।”
पैथोलॉजी के वरिष्ठ रेजिडेंट डॉक्टर बिरुपाक्ष बिस्वास भी विवादों में घिर गए हैं। डॉक्टरों उन्होंने कहा कि वह भी 9 अगस्त को आरजी कार में उपस्थित थे, जबकि उनके पास उपस्थित होने का कोई अधिकार नहीं था।
ऑडियो क्लिप वायरल हो गई है, जिसमें वह अन्य छात्रों और जूनियर डॉक्टरों को धमकाते हुए सुनाई दे रहे हैं, हालांकि बिस्वास ने इसे एआई द्वारा उत्पन्न बताया है।
पिछले साल अगस्त में उन्हें बर्दवान मेडिकल कॉलेज से काकद्वीप उप-विभागीय अस्पताल में स्थानांतरित किया गया था, लेकिन उनकी रिहाई का आदेश मंगलवार को ही जारी किया गया। काकद्वीप अस्पताल में उनके स्थानांतरण को लेकर विरोध प्रदर्शन भी हुआ था।
स्वास्थ्य विभाग ने गुरुवार के आदेश में उनके निलंबन का कारण नहीं बताया है, जिसमें काकद्वीप अस्पताल में उनकी रिहाई का आदेश भी रद्द कर दिया गया है।