650 सीटों वाली संसद में लेबर को 410 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि ऋषि सुनक‘की कंजर्वेटिव पार्टी को केवल 131 सीटें मिलने का अनुमान है, जो पहले के 346 से कम है।
लिबरल डेमोक्रेट्स को 61 सीटें मिलने का अनुमान है, और निगेल फरेज की रिफॉर्म यूके पार्टी को 13 सीटें मिलने की उम्मीद है। एग्जिट पोल लेबर के लिए महत्वपूर्ण बदलाव दर्शाता है, जिसे महज तीन साल पहले अस्तित्व के संकट का सामना करना पड़ा था।
ऐसा प्रतीत होता है कि मतदाताओं ने जीवन-यापन के बढ़ते संकट, वर्षों की अस्थिरता और आपसी लड़ाई के लिए कंजर्वेटिवों को दंडित किया है, जिसके कारण 2016 से पांच अलग-अलग प्रधानमंत्रियों का कार्यकाल रहा है। सुनक का अभियान कई ग़लतियों से भरा रहा, जिसमें चुनाव की घोषणा करते समय बारिश में भीग जाना और डी-डे स्मरणोत्सव को बीच में छोड़कर टीवी साक्षात्कार के लिए चले जाना शामिल है।
हालांकि सर्वेक्षणों से पता चलता है कि स्टारमर के लिए कोई खास उत्साह नहीं है, लेकिन लगता है कि बदलाव का उनका संदेश मतदाताओं को पसंद आया है। निराश ब्रिटिश जनता केंद्र-वामपंथी की ओर चली गई है, जबकि फ्रांस में ऐसा नहीं है, जहां हाल ही में हुए चुनाव में दूर-दराज़ की नेशनल रैली पार्टी ने ऐतिहासिक बढ़त हासिल की है।
यदि एग्जिट पोल सही साबित होता है, तो स्टार्मर ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री बनेंगे, और सुनक इस्तीफा देकर नई सरकार बनाने की अनुमति मांगने के लिए राजा चार्ल्स से मिलेंगे।
(एजेंसियों से प्राप्त इनपुट के साथ)