कौर ने 47 गेंदों पर 66 रनों की पारी खेलकर पारी को संभाला, जबकि घोष ने अंत में 29 गेंदों पर नाबाद 64 रनों की पारी खेली। इस साझेदारी ने भारत को अपने पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया और टीम पांच विकेट पर 201 रन बनाकर समाप्त हुई।
भारतीय गेंदबाजों की अगुआई में दीप्ति शर्मा23 रन पर 2 विकेट लेने के किफायती स्पैल ने बल्लेबाजों के प्रयासों को पूरा करते हुए यूएई को 7 विकेट पर 123 रन पर रोक दिया। इस प्रदर्शन ने न केवल भारत के संतुलित आक्रमण को दर्शाया, बल्कि उन्हें सेमीफाइनल के और करीब भी पहुंचा दिया, अब टीम चार अंकों और +3.298 के नेट रन रेट के साथ ग्रुप ए में शीर्ष पर है।
ओपनर ईशा रोहित ओज़ा की 36 गेंदों पर 38 रनों की शानदार पारी के बावजूद यूएई की टीम को लगातार विकेट गिरने से परेशानी का सामना करना पड़ा। रेणुका सिंह और पूजा वस्त्रकार की तेज गेंदबाजी जोड़ी ने शुरुआत में ही बढ़त बना ली, जबकि स्पिनरों ने भी अच्छी शुरुआत की। तनुजा कंवर और राधा यादव दबाव बनाए रखा और यह सुनिश्चित किया कि यूएई कभी भी भारत के स्कोर के लिए गंभीर खतरा पैदा न करे।
मैच के पहले मैच में कौर ने सात चौके और एक छक्का लगाया, जिससे उनकी बाउंड्री को आसानी से पार करने की क्षमता का पता चलता है। घोष की आक्रामक बल्लेबाजी में 12 चौके शामिल थे, जिसमें अंतिम ओवर में लगातार पांच चौके शामिल थे।
उनके प्रयासों को जेमिमा रोड्रिग्स और शेफाली वर्मा ने समर्थन दिया, जिन्होंने तेजी से रन बनाकर योगदान दिया, हालांकि भारत को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा और उसने पावरप्ले के भीतर तीन विकेट गंवा दिए।
कौर और रोड्रिग्स के बीच साझेदारी खास तौर पर महत्वपूर्ण रही, जिसमें 54 रन जोड़े और भारत को 100 रन के आंकड़े को पार करने में मदद की। रोड्रिग्स के आउट होने के बाद, घोष ने जिम्मेदारी संभाली और लगातार चौके लगाकर अपनी कुशलता का परिचय दिया, जिससे पारी की गति और तेज हो गई। कौर के अर्धशतक और घोष के धमाकेदार प्रदर्शन ने एक प्रभावशाली बल्लेबाजी प्रदर्शन को रेखांकित किया, जिससे यूएई के सामने चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा गया।