न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और न्यायमूर्ति एसवीएन भट्टी की अवकाशकालीन पीठ ने कहा कि अगले महीने ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद अदालत खुलने पर विवाद के सभी पहलुओं की जांच की जाएगी।
छात्रों की ओर से पेश हुए वकील ने अनुरोध किया कि काउंसलिंग प्रक्रिया को दो दिन के लिए 8 जुलाई तक स्थगित कर दिया जाए, लेकिन अदालत ने कहा कि प्रक्रिया में समय लगता है और एक दिन में दाखिला नहीं हो पाएगा।
सर्वोच्च न्यायालय में अब परीक्षा आयोजित करने में कथित अनियमितताओं से संबंधित याचिकाओं की बाढ़ आ गई है। सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में अब तक 100 से अधिक छात्रों द्वारा तीन दर्जन से अधिक याचिकाएं दायर की जा चुकी हैं। न्यायालय ने सभी याचिकाओं पर नोटिस जारी किया है और सभी को एक साथ मिलाकर 8 जुलाई को सुनवाई के लिए भेज दिया है।
याचिकाकर्ताओं में से एक ने भी इस निर्णय को चुनौती दी थी। पुन: टेस्ट 1,563 छात्रों को परीक्षा देने के लिए पूरा समय न मिलने के कारण ग्रेस मार्क्स दिए गए थे। जब याचिकाकर्ताओं ने अंतरिम राहत के लिए दबाव डाला, तो सुप्रीम कोर्ट ने इसे ठुकरा दिया और उनसे कहा कि अगर वे कानूनी लड़ाई में सफल होते हैं तो सब कुछ रद्द कर दिया जाएगा – प्रवेश और साथ ही प्रवेश भी। टीएनएन