शनिवार को श्रृंखला के पहले मैच में 116 रन का मामूली लक्ष्य रखने के बावजूद भारतीय टीम संघर्ष करती रही और अंततः मात्र 102 रन पर आउट हो गई।
दूसरा मुकाबला रविवार को इसी स्थान पर होने के कारण बिश्नोई ने भारतीय टीम से मजबूत वापसी की जरूरत पर बल दिया।
बिश्नोई ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हम अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं और हमें मजबूती से वापसी करनी होगी। हमें कल (रविवार) दूसरे मैच के लिए नए सिरे से तैयार होकर उतरना होगा।”
बिश्नोई ने कहा कि भारत अच्छी साझेदारी बनाने में विफल रहा।
उन्होंने कहा, “यह क्रिकेट का अच्छा खेल था, लेकिन हम लड़खड़ा गए, लगातार विकेट खोते गए। साझेदारी से खेल हमारे लिए बेहतर हो सकता था। हम ऐसा नहीं कर सके। मुझे लगता है कि इसी से अंतर पैदा हुआ।”
उन्होंने कहा, “जिम्बाब्वे की गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण वाकई अच्छा था। उन्होंने हमें साझेदारी बनाने का मौका नहीं दिया।”
बिश्नोई, जिन्होंने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 13 रन देकर 4 विकेट लिए, ने कहा कि वह अपनी कला में सुधार करने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “हम हर मैच से कुछ न कुछ सीख सकते हैं। मैं हर मैच से सीखने की कोशिश कर रहा हूं और जो कर रहा हूं उसमें बेहतर होने की कोशिश कर रहा हूं।”
बिश्नोई का मानना है कि अब समय आ गया है कि अगली पीढ़ी आगे आए और टीम को आगे ले जाए। उनकी यह टिप्पणी कई वरिष्ठ खिलाड़ियों के संन्यास लेने के बाद आई है, जिनमें शामिल हैं विराट कोहली, रोहित शर्माऔर रवींद्र जडेजा, जो हाल के वर्षों में टीम की सफलता के अभिन्न अंग रहे हैं।
“अब नए खिलाड़ियों का समय आ गया है। वरिष्ठ खिलाड़ी रिटायर हो चुके हैं और उन्होंने हमें जिम्मेदारी सौंप दी है। आगे की उड़ान भरना हमारी जिम्मेदारी है।”
सीरीज के पहले मैच में हार के बावजूद बिश्नोई ने कहा कि कप्तान शुभमन गिल टीम का नेतृत्व अच्छे से किया।
उन्होंने कहा, “शुभमन की कप्तानी बहुत अच्छी है। उनकी गेंदबाजी में बदलाव सटीक थे, यह अच्छी कप्तानी का संकेत है।”