आप नेता ने कहा, “तथाकथित शराब घोटाले को मुद्दा बनाया गया। इस शराब घोटाले में भाजपा के सदस्य शामिल थे, जिन्होंने चुनावी बांड के जरिए सरथ रेड्डी से 60 करोड़ रुपये की रिश्वत ली।”
उन्होंने महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार के विपक्षी नेताओं का उदाहरण दिया जिन्हें बिना सबूत के जेल में डाल दिया गया।
संजय सिंह ने कहा, “महाराष्ट्र में अनिल देशमुख को 14 महीने जेल में रहना पड़ा और बाद में कोर्ट ने कहा कि कोई सबूत नहीं है, इसलिए उन्हें जमानत मिल गई। संजय राउत को 103 दिन जेल में रखा गया, कोई सबूत नहीं मिला और उन्हें जमानत मिल गई। मुझे 6 महीने जेल में रखा गया और सुप्रीम कोर्ट ने मुझे जमानत दे दी। बंगाल के तीन मंत्री जेल में हैं। हाल ही में झारखंड के मुख्यमंत्री को जमानत मिली है। बिहार और महाराष्ट्र में जांच एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है।”
केंद्र द्वारा ईडी, सीबीआई के ‘दुरुपयोग’ के खिलाफ विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया
सोमवार को विपक्षी पार्टी के सदस्यों ने केंद्र सरकार द्वारा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जैसी केंद्रीय एजेंसियों के कथित दुरुपयोग के खिलाफ संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस सदस्य शशि थरूर, केसी वेणुगोपाल, मनीष तिवारी, के सुरेश, वर्षा गायकवाड़, बेनी बेहनन और एंटो एंटनी समेत विपक्षी सांसदों ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया। उनके साथ केरल कांग्रेस (एम) के जोस के मणि, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह और राघव चड्ढा, टीएमसी सांसद सागरिका घोष, शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी और सीपीआई (एम) के जॉन ब्रिटास भी शामिल हुए।