मुंबई:
एक वन अधिकारी ने सोमवार को बताया कि मुंबई और आसपास के जिलों में भारी बारिश के कारण 30 से अधिक जानवरों, पक्षियों और सरीसृपों को बचाया गया।
वन विभाग की मुंबई रेंज बचाव टीम के संतोष भगाने ने बताया कि शहर और उपनगरों से वन्यजीव संकट कॉल के साथ-साथ खोए और परित्यक्त पालतू जानवरों, आवारा और घरेलू पशुओं के मामले भी सामने आए हैं।
RAWW (रेसकंक एसोसिएशन फॉर वाइल्डलाइफ वेलफेयर) के संस्थापक और अध्यक्ष तथा वन विभाग के मानद वन्यजीव वार्डन पवन शर्मा ने कहा, “हमें 24 घंटे में 60 से अधिक संकट कॉल प्राप्त हुए और हमने मुंबई तथा आसपास के जिलों ठाणे, रायगढ़ और पालघर से 30 से अधिक जानवरों, पक्षियों और सरीसृपों को बचाया।”
स्टार कछुए, जो शहर के मूल निवासी नहीं हैं, तथा फ्लेमिंगो और आइबिस जैसे प्रवासी पक्षियों को उल्लू, चील और किंगफिशर जैसी स्थानीय प्रजातियों के साथ देखा गया।
शर्मा ने बताया कि बारिश के कारण विस्थापित हुए अजगर, वाइपर, कोबरा, रैट स्नेक और चेकर्ड कीलबैक सहित अन्य सरीसृपों को वन क्षेत्रों और जल-जमाव वाले स्थानों से बचाया गया।
उन्होंने बताया कि शहर के विभिन्न हिस्सों से चमगादड़, गिलहरी और नेवले को भी बचाया गया।
(शीर्षक को छोड़कर, इस कहानी को एनडीटीवी स्टाफ द्वारा संपादित नहीं किया गया है और एक सिंडिकेटेड फीड से प्रकाशित किया गया है।)