यह पाकिस्तान की पिछले 10 घरेलू टेस्ट मैचों में छठी हार है और पहली बार बांग्लादेश ने पाकिस्तान को टेस्ट मैच और श्रृंखला में हराया है।
पीटीआई के अनुसार पूर्व टेस्ट कप्तान जावेद मियांदाद ने कहा, “यह दुखद है कि हमारा क्रिकेट इस स्थिति में आ गया है। बांग्लादेश को उनके अनुशासित प्रदर्शन के लिए श्रेय दिया जाना चाहिए। लेकिन इस श्रृंखला में जिस तरह से हमारी बल्लेबाजी ध्वस्त हुई है, वह एक बुरा संकेत है।”
दूसरे टेस्ट में पाकिस्तान ने तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी को अंतिम एकादश से बाहर करने और नसीम शाह को आराम देने का फैसला किया, जिससे बांग्लादेश के बल्लेबाजों को दूसरी पारी में हावी होने का मौका मिल गया।
पहली पारी में बांग्लादेश के 6 विकेट पर 26 रन के स्कोर पर खराब स्थिति में होने के बावजूद पाकिस्तान इस बढ़त का फायदा उठाने में विफल रहा। शतक बनाने वाले लिटन दास और मेहदी हसन मिराज ने शानदार साझेदारी करके अपनी टीम को पतन के कगार से बचाया।
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद का मानना है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में चल रही उथल-पुथल के कारण खिलाड़ियों का आत्मविश्वास कम हो गया है।
उन्होंने कहा, “मैं सिर्फ खिलाड़ियों को दोष नहीं दूंगा, क्योंकि पिछले डेढ़ साल में बोर्ड (पीसीबी) में जो कुछ भी हुआ है, कप्तानी और प्रबंधन में बदलाव ने टीम को प्रभावित किया है।”
पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने पाकिस्तान के निराशाजनक प्रदर्शन पर चिंता व्यक्त की, जिसमें टीम तीन श्रृंखला हार गई तथा नौ घरेलू टेस्ट मैचों में जीत हासिल करने में विफल रही।
उन्होंने कहा, “अतीत में घरेलू श्रृंखलाओं को हमेशा सर्वश्रेष्ठ टीमों को हराने का हमारा सबसे अच्छा मौका माना जाता था। लेकिन ऐसा होने के लिए बल्लेबाजों को रन बनाने की जरूरत है।”
पाकिस्तान के रिकार्ड तोड़ने वाले बल्लेबाज यूनुस खान ने कहा कि लगातार हारने पर टीम को मानसिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जिससे वापसी करना कठिन हो जाता है।
उन्होंने कहा, “हमारे बल्लेबाजों ने अतीत में रन बनाए हैं, लेकिन अभी मुझे लगता है कि उन्हें इस संकट से उबरने के लिए मानसिक मजबूती और स्पष्ट सोच की आवश्यकता है।”
पूर्व टेस्ट बल्लेबाज अहमद शहजाद ने बल्लेबाजों की आलोचना करते हुए कहा कि वे बांग्लादेश के तेज गेंदबाजों के खिलाफ उछलकूद कर रहे थे।
उन्होंने कहा, “यदि आप घरेलू मैदान पर भी गति और मूवमेंट को संभाल नहीं सकते तो हमारा भविष्य बहुत उज्ज्वल नहीं है।”
पूर्व टेस्ट स्पिनर इकबाल कासिम ने टीम प्रबंधन से वर्तमान और उभरते हुए स्पिन गेंदबाजों को बढ़ावा देने का आग्रह किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि घरेलू मैदान पर पाकिस्तान की सफलता का सबसे अच्छा मौका स्पिन गेंदबाजी और उनके लिए अनुकूल पिचें उपलब्ध कराने पर निर्भर करता है।
“हमारे पास अब सरफराज नवाज, इमरान खान, वसीम अकरम, वकार या शोएब जैसी क्षमता वाले गेंदबाज नहीं हैं। इसलिए, हमें घरेलू मैदान पर टेस्ट मैच जीतने के लिए अपने स्पिनरों पर भरोसा करना चाहिए।”
हाल ही में मिली हार के बाद पाकिस्तान की विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की संभावना काफी कम हो गई है। टीम के प्रदर्शन को उनके कप्तान शान मसूद के खराब फॉर्म ने और भी प्रभावित किया है, जिन्हें अब अपने नेतृत्व में सभी पांच घरेलू टेस्ट मैचों में हार का सामना करना पड़ा है।
टीम के प्रमुख खिलाड़ी बाबर आजम भी प्रभाव छोड़ने में संघर्ष कर रहे हैं, जिससे टीम की परेशानी और बढ़ गई है।
हालांकि, रिपोर्टों के अनुसार, लाल गेंद के कोच जेसन गिलिस्फी और सफेद गेंद के कोच गैरी कर्स्टन सहित टीम के कोचिंग स्टाफ ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) और चयनकर्ताओं को जल्दबाजी में निर्णय लेने के खिलाफ आगाह किया है, क्योंकि इससे खिलाड़ियों का मनोबल और कम हो सकता है।
इस बीच, गिलिसपी और उच्च प्रदर्शन कोच टिम नीलसन थोड़े समय के लिए ऑस्ट्रेलिया लौटने वाले हैं।