नई दिल्ली: पटना में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) पार्टी कार्यालय के बाहर लगे पोस्टरों में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की ‘बतेंगे तो कटेंगे’ वाली बयानबाजी की आलोचना की गई, जिसमें महंगाई, बेरोजगारी, क्रोनी पूंजीवाद सहित भाजपा सरकार की कमियों को गिनाया गया है। पोस्टर में कहा गया है- ‘बीजेपी से सतोगे तो कटोगे।’
इसने भगवा पार्टी पर बिहार में जिन पार्टियों – जेडीयू और एलजेपी – के साथ गठबंधन किया है, उन्हें ‘तोड़ने’ का आरोप लगाया। इसने मुद्रास्फीति को उस स्तर तक ले जाने के लिए पार्टी की आलोचना की जिसने ‘गैस स्टोव’ को भी घरों के लिए दुर्गम बना दिया।
बांग्लादेश में हिंदुओं के कथित उत्पीड़न के संदर्भ में योगी आदित्यनाथ की ‘बतेंगे तो कटेंगे’ की न केवल विपक्षी पार्टियों ने आलोचना की है, बल्कि अजित पवार जैसे एमवीए सहयोगियों ने भी इसकी आलोचना की है।
“राष्ट्र से ऊपर कुछ भी नहीं हो सकता। और राष्ट्र तभी सशक्त होगा जब हम एकजुट होंगे,” आदित्यनाथ ने कहा था, “आप देख रहे हैं बांग्लादेश में क्या हो रहा है? वो गलतियां यहां नहीं होनी चाहिए। बताएंगे तो कटेंगे! एक।” रहेंगे तो नेक रहेंगे, सुरक्षित रहेंगे और समृद्धि की पराकाष्ठा को पकड़ेंगे। सुरक्षित हैं और हम समृद्ध होंगे)।”