एक नजर इस पर कि कैसे मुंबई पुलिस दशहरे की रात एनसीपी नेता की हत्या की साजिश को एक साथ जोड़ रही है और क्यों हरियाणा, राजस्थान और महाराष्ट्र में भगोड़ों की तलाश तेज हो रही है
राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के राजनेता जियाउद्दीन ‘बाबा’ सिद्दीकी की दशहरे की रात मुंबई के खेरवाड़ी में उनके बेटे, विधायक जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर गोली मारकर हत्या किए जाने के लगभग दो सप्ताह बीत चुके हैं। चल रही जांच में कई राज्यों में एक अच्छी तरह से समन्वित ऑपरेशन का खुलासा हुआ है और इसमें खतरनाक लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़े कम से कम एक दर्जन लोग शामिल हैं।
अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें दो शूटर गुरमेल बलजीत सिंह और धर्मराज राजेश कश्यप भी शामिल हैं, जिन्हें हमले के कुछ ही घंटों बाद अपराध स्थल के पास से पकड़ लिया गया था। मूल रूप से कैथल, हरियाणा के रहने वाले सिंह को पहले 2019 में एक हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और कथित तौर पर जेल में बिश्नोई गिरोह के साथ शामिल हो गया था। उत्तर प्रदेश के बहराईच का रहने वाला कश्यप काम के लिए पुणे चला गया था, जहां वह संभवत: गिरोह के संपर्क में आया।