अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन और बांग्लादेशकी अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस बुधवार को उन्होंने दोनों देशों के बीच “घनिष्ठ साझेदारी” की पुष्टि की तथा कहा कि अमेरिका बांग्लादेश को समर्थन देना जारी रखेगा।
“दोनों नेताओं ने संयुक्त राज्य अमेरिका और बांग्लादेश के बीच घनिष्ठ साझेदारी की पुष्टि की, जो साझा हितों पर आधारित है।” लोकतांत्रिक मूल्य और लोगों के बीच मजबूत संबंध। राष्ट्रपति बिडेन ने दोनों सरकारों के बीच आगे की भागीदारी का स्वागत किया और निरंतर सहयोग की पेशकश की। अमेरिकी समर्थन व्हाइट हाउस के एक बयान में कहा गया है, “बांग्लादेश अपने नए सुधार एजेंडे को लागू कर रहा है।”
बांग्लादेश की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, यह पहली बार है जब किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान बांग्लादेश सरकार के प्रमुख से मुलाकात की है।
यूनुस ने कहा, “राष्ट्रपति बिडेन ने संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर मुलाकात में मुख्य सलाहकार डॉ. मुहम्मद यूनुस और उनकी सरकार के प्रति अमेरिकी सरकार का पूर्ण समर्थन व्यक्त किया।”
यूनुस ने राष्ट्रपति बिडेन को बांग्लादेश की स्थिति से अवगत कराया, तथा छात्र विरोध प्रदर्शनों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि किस प्रकार वे “पिछली सरकार के अत्याचार” के खिलाफ खड़े हुए तथा राष्ट्र के पुनर्निर्माण में मदद के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।
इसके अतिरिक्त, यूनुस ने बिडेन को पुस्तक की एक प्रति भेंट की विजय की कलाजिसमें विद्रोह के दौरान छात्रों द्वारा बनाई गई दीवार पेंटिंग प्रदर्शित हैं।
79वें संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) सत्र के लिए न्यूयॉर्क के आधिकारिक होटल में पहुंचने पर बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस को “वापस जाओ” के नारे लगाते प्रदर्शनकारियों के विरोध का सामना करना पड़ा।
प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर कथित हमलों को लेकर यूनुस के प्रति अपना विरोध जताया और नारे लगाए, “वापस जाओ, पद छोड़ो, पद छोड़ो, पद छोड़ो।” उन्होंने पोस्टर भी दिखाए जिन पर लिखा था, “शेख हसीना हमारी प्रधानमंत्री हैं।”