नई दिल्ली: पाकिस्तान के खिलाफ शुरुआती टेस्ट के चौथे दिन जो रूट का शानदार दोहरा शतक मुल्तान क्रिकेट स्टेडियम अपनी प्रतिभा और लचीलेपन का प्रदर्शन किया।
176 रन से आगे खेलते हुए रूट ने दिन की शुरुआत में ही चूके मौके का फायदा उठाया जब पाकिस्तान के बाबर आजम ने मिडविकेट पर उनका सीधा कैच छोड़ दिया।
रूट इंग्लैंड को पहली पारी में पाकिस्तान के मजबूत स्कोर से आगे ले जाना चाह रहे थे, तभी दिन के चौथे ओवर में उन्होंने शॉर्ट-ऑफ-लेंथ गेंद पर पुल शॉट खेला। नसीम शाह.गेंद सीधे मिडविकेट पर तैनात बाबर के पास गई। जो एक नियमित कैच की तरह लग रहा था, उसमें बाबर ने बेवजह गलती की और गेंद को गिरा दिया, जिससे रूट को जीवनदान मिला जब वह 186 रन पर थे। इस मिस ने नसीम शाह को निराश कर दिया, क्योंकि युवा तेज गेंदबाज अविश्वास में खड़ा था। बाबर का छोड़ा हुआ कैच पाकिस्तान के लिए महंगा साबित हुआ, क्योंकि रूट ने जल्द ही 305 गेंदों पर अपना दोहरा शतक पूरा किया – जो इंग्लैंड की पारी में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था।
घड़ी:
यह धैर्य और सटीकता की विशेषता वाली पारी थी, क्योंकि रूट ने इस मील के पत्थर तक पहुंचने के लिए केवल 14 चौके लगाए। इस मील के पत्थर ने उन्हें सचिन तेंदुलकर, रिकी पोंटिंग और यूनिस खान जैसे दिग्गजों के साथ खड़ा कर दिया, जिनके नाम छह टेस्ट दोहरे शतक हैं।
रूट का जश्न भावनाओं से भरा था क्योंकि उन्होंने अपने हेलमेट पर लगे बैज को चूमा और भीड़ की ओर अपना बल्ला उठाया। उनकी पारी ने न केवल इंग्लैंड के कुल स्कोर में महत्वपूर्ण रन जोड़े, बल्कि यह भी दिखाया कि लंबे प्रारूप में क्षेत्ररक्षण में एक भी चूक कितनी महंगी साबित हो सकती है।
बाबर के आउट होने के बावजूद, रूट का संयमित और नैदानिक दृष्टिकोण दिन का मुख्य आकर्षण था, जिसने क्रिकेट के विशिष्ट दोहरे शतकों के बीच अपना स्थान सुरक्षित कर लिया।