दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) के एक अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश और कई स्थानों पर पटरियों पर जलभराव के कारण 99 ट्रेनें रद्द कर दी गईं और चार ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द कर दी गईं, जबकि 54 ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन किया गया।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि राज्य में लगातार हो रही बारिश को देखते हुए रेड्डी ने वर्षा प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति की समीक्षा की और मंत्रियों – भट्टी विक्रमार्क, एन उत्तम कुमार रेड्डी, तुम्मला नागेश्वर राव, दामोदर राजा नरसिम्हा और जुपल्ली कृष्ण राव से फोन पर बात की तथा जलमग्न क्षेत्रों में राहत कार्यों के बारे में जानकारी ली।
केंद्रीय मंत्री बंदी संजय कुमार ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा गया, “माननीय केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी को तेलंगाना के खम्मम में गंभीर स्थिति के बारे में सूचित किया और बताया कि जिले के 110 गांव जलमग्न हो गए हैं, 9 लोग प्रकाश नगर पहाड़ी पर फंसे हुए हैं, पलैर निर्वाचन क्षेत्र में अजमीरा थांडा पहाड़ी पर 68 लोग फंसे हुए हैं और 42 अन्य इमारतों में फंसे हुए हैं।”
संजय कुमार ने बताया कि गृह मंत्री के आदेश के बाद चेन्नई, विशाखापत्तनम और असम से तीन-तीन एनडीआरएफ की नौ टीमें तेलंगाना भेजी गई हैं।
उन्होंने कहा कि उन्होंने बचाव प्रयासों में समन्वय के लिए एनडीआरएफ के वरिष्ठ अधिकारियों से बात की तथा तेलंगाना के राजस्व मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी के साथ भी स्थिति और चल रहे बचाव कार्यों पर चर्चा की।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा, “केंद्र सरकार के निर्देशों के बाद एनडीआरएफ की टीमें पहले से ही कार्रवाई में हैं।”
पुलिस ने बताया कि रविवार तड़के महबूबाबाद जिले के मारीपेडा मंडल में एक महिला की उस समय मौत हो गई जब वह अपने पिता के साथ कार में यात्रा कर रही थी और उफनती नदी को पार करते समय कार बह गई।
पुलिस ने बताया कि वे कार से हैदराबाद जा रहे थे और हवाई अड्डे से उड़ान भर रहे थे। उन्होंने बताया कि वाहन का पता लगा लिया गया है और महिला का शव बरामद कर लिया गया है तथा उसके पिता का पता लगाने के प्रयास जारी हैं जो अभी भी लापता हैं।
अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य घटना में, खम्मम जिले के कुसुमांची मंडल में एक घर की दीवार गिरने से परिवार के दो सदस्यों के बाढ़ के पानी में बह जाने की आशंका है और उन्हें ढूंढने के प्रयास जारी हैं।
मौसम केंद्र ने रविवार को अपनी मौसम चेतावनी में कहा कि रविवार दोपहर 1300 बजे से 2 सितंबर सुबह 830 बजे तक तेलंगाना के आदिलाबाद, निजामाबाद, राजन्ना सिरसिला, यादाद्री भुवनगिरी, विकाराबाद, संगारेड्डी, कामारेड्डी और महबूबनगर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी से अत्यंत भारी बारिश होने की संभावना है। इस पूर्वानुमान के लिए रेड वार्निंग जारी की गई है।
एससीआर अधिकारी ने बताया कि पिछले 24 घंटों में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में लगातार बारिश के कारण काजीपेट से विजयवाड़ा खंड में बाढ़ आ गई है और दरारें पड़ गई हैं और उस खंड में पांच ट्रेनें फंस गई हैं, जबकि अधिकारियों ने 15 ट्रेनों को परिवर्तित मार्ग से चलाया है।
उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने यात्रियों को निकालना शुरू कर दिया है तथा उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए आवश्यक प्रबंध किए जा रहे हैं तथा उन्हें भोजन भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
महबूबाबाद जिले में केसमुद्रम के निकट रेलवे ट्रैक के नीचे बजरी का एक हिस्सा बाढ़ के पानी के कारण बह गया, जिसके परिणामस्वरूप ट्रेन में सवार यात्री केसमुद्रम रेलवे स्टेशन पर फंस गए।
भारी बारिश के बाद कुछ जिलों में छोटी नदियाँ उफान पर आ गईं और बाढ़ के पानी के कारण गांवों के बीच सड़क संपर्क बाधित हो गया।
हैदराबाद में भी भारी बारिश हुई और रातभर जारी बारिश के कारण शहर के कई हिस्सों में जलभराव हो गया।
अधिकारियों ने बताया कि हैदराबाद जिले में भारी बारिश के पूर्वानुमान के कारण बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एहतियाती उपाय के तौर पर 2 सितंबर को सभी प्रबंधन (सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी) के तहत सभी प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में अवकाश घोषित किया गया है।
तेलंगाना के कई हिस्सों में शनिवार को मध्यम से भारी बारिश हुई, जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया और कुछ स्थानों पर गांवों के बीच सड़क संपर्क बाधित हो गया।
मुख्यमंत्री ने शीर्ष अधिकारियों के साथ टेलीकांफ्रेंस की और मुख्य सचिव, डीजीपी तथा राज्य नगर प्रशासन, ऊर्जा, पंचायती राज, हाइड्रा, सिंचाई विभागों के अधिकारियों को अगले 24 घंटों में सतर्क रहने को कहा गया।
रेड्डी ने जिला कलेक्टरों, पुलिस अधीक्षकों, राजस्व, सिंचाई और नगर निगम के अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित बस्तियों का दौरा करने का आदेश दिया।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि महत्वपूर्ण विभागों के सभी अधिकारियों को अपनी छुट्टियां रद्द करने और वर्षा प्रभावित जिलों में तत्काल राहत एवं बचाव कार्यों में शामिल होने के विशेष निर्देश दिए गए हैं।
आपातकालीन विंग के अधिकारियों को भी समय-समय पर फील्ड स्तर पर भारी बारिश की जानकारी सीएमओ कार्यालय को भेजने के लिए कहा गया है। अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे आपातकालीन स्थिति को छोड़कर अपने घरों से बाहर न निकलें। विज्ञप्ति में कहा गया है कि निचले इलाकों में रहने वाले नागरिकों को अधिक सतर्क रहने और आपातकालीन स्थिति या किसी सहायता की आवश्यकता होने पर अधिकारियों को फोन पर सूचित करने की सलाह दी जाती है।
मुख्यमंत्री ने मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और विधान पार्षदों को अपने-अपने क्षेत्रों में रहकर राहत कार्य चलाने का निर्देश दिया।