जयपुर में नाटक 30 डेज़ इन सितम्बर का मंचन
कलंदर सोसाइटी द्वारा अंग्रेजी नाटक का मंचन किया गया। राजस्थान अंतर्राष्ट्रीय केंद्ररुचि भार्गव नरूला द्वारा निर्देशित डेढ़ घंटे का यह नाटक परिवार के दायरे में प्यार और विश्वासघात के विषयों को उजागर करता है, बाल यौन शोषण के संवेदनशील मुद्दे को संबोधित करता है और पीड़ित के जीवन और व्यक्तित्व पर गहरा प्रभाव डालता है। नाटक में माला की दुर्दशा को स्पष्ट रूप से चित्रित किया गया है, जिसे उसके अपने चाचा ने ही प्रताड़ित किया था। यह एक ऐसी लड़की के आघात पर आधारित है, जो अपने साथ हुए दुर्व्यवहार की भयावह यादों के साथ जीती है और इस आघात को किसी से साझा नहीं कर सकती। माला का किरदार निभाने वाली चिरमी आचार्य ने अपने सशक्त अभिनय और भावनाओं से शो में जान डाल दी। जबकि उनकी मां शांता अपना दर्द छुपाती हैं और चुपचाप सहती हैं। शांता का किरदार निभाने वाली नीकी चतुर्वेदी ने अपनी खामोश पीड़ा में जी रही महिला की पीड़ा को बखूबी दर्शाया
नाटक को दर्शकों ने खूब सराहा। अधिवक्ता अरविंद सिंह कहते हैं, “आज के समाज के लिए यह विषय काफी चौंकाने वाला था, जहां लोग चुपचाप पीड़ित रहते हैं और अपने दुखों को किसी से साझा नहीं करते। मैं यह देखकर हैरान हूं कि बेहतरीन कलाकार नीकी चतुर्वेदी और चिरमी आचार्य ने अपनी भूमिकाएं इतनी खूबसूरती और तीव्रता से निभाईं और हमारे समाज की कठोर वास्तविकता को सामने लाया।”