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पूर्व भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह ने कहा कि अगले साल होने वाली आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम को सीमा पार पाकिस्तान नहीं जाना चाहिए, क्योंकि पड़ोसी देश में सुरक्षा की स्थिति अभी भी अस्थिर है। अनुभवी गेंदबाज ने टूर्नामेंट में भाग लेने की पुष्टि करने से पहले यात्रा के लिए सरकार की मंजूरी लेने के भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के फैसले का भी समर्थन किया। भारतीय बोर्ड ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से परहेज किया और कहा कि देश की सरकार तय करेगी कि पाकिस्तान जाना है या नहीं। हरभजन ने गुरुवार को आईएएनएस से कहा, “भारतीय टीम को पाकिस्तान क्यों जाना चाहिए? पाकिस्तान में सुरक्षा को लेकर चिंता है। पाकिस्तान में स्थिति ऐसी है कि लगभग हर दिन घटनाएं होती रहती हैं। मुझे नहीं लगता कि वहां जाना (टीम के लिए) सुरक्षित है। बीसीसीआई का रुख बिल्कुल सही है और हमारे खिलाड़ियों की सुरक्षा से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ नहीं है। मैं बीसीसीआई के रुख का समर्थन करता हूं।”
हालांकि, पाकिस्तान ने कहा है कि वह सुनिश्चित करेगा कि भारत के सभी मैच लाहौर में आयोजित किए जाएं और भारतीय टीम पूरे टूर्नामेंट के दौरान एक ही होटल में रुकेगी। उसने यह भी कहा कि एक ही शहर में होने से मेहमान टीम को पुख्ता सुरक्षा मुहैया कराना आसान हो जाएगा।
इसके अलावा, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने हाल ही में घोषणा की कि उसने लाहौर में गद्दाफी क्रिकेट स्टेडियम के बगल में एक 5-सितारा होटल बनाने के लिए जमीन का अधिग्रहण किया है। सूत्रों ने बताया कि पीसीबी खुद होटल बनाने की योजना बना रहा है और अगले साल की शुरुआत तक निर्माण पूरा करना चाहता है।
पीसीबी सूत्रों ने बताया कि नवनिर्मित पांच सितारा होटल के कारण टीमों को दूर के होटलों में ठहरने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे सुरक्षा के लिए सड़कें बंद करने की जरूरत भी खत्म हो जाएगी।
भारतीय क्रिकेट टीम ने पिछले वर्ष एशिया कप के लिए पाकिस्तान जाने से इनकार कर दिया था, जिसके कारण भारत के मैच श्रीलंका में आयोजित किये गये थे।
पाकिस्तान और भारत ने 2012 के बाद से कोई भी द्विपक्षीय श्रृंखला नहीं खेली है, क्योंकि भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैचों को आईसीसी या एसीसी प्रतियोगिताओं तक ही सीमित रखा है।
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