
विनेश का वजन 57 किग्रा की फ्रीस्टाइल श्रेणी से 100 ग्राम अधिक था और इस तरह फाइनल में पहुंचने के बाद वह पेरिस खेलों से बाहर हो गईं। संयुक्त रजत पदक के लिए खेल पंचाट न्यायालय में उनकी अपील भी खारिज कर दी गई।
वजन कम करने के प्रयासों के कारण उन्हें निर्जलीकरण की समस्या हो गई, जिसके कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) अध्यक्ष पीटी उषा ने एकजुटता दिखाने के लिए अस्पताल में विनेश से मुलाकात की और अस्पताल के बिस्तर पर विनेश के साथ एक तस्वीर क्लिक करवाई। यह तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई और इसने खूब सुर्खियाँ बटोरीं।
हालांकि, विनेश ने आरोप लगाया कि यह सब आईओए प्रमुख द्वारा खेली जा रही राजनीति का हिस्सा है।

एक स्थानीय समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में विनेश ने कहा, “मुझे नहीं पता कि वहां मुझे किस तरह का समर्थन मिला।”
उन्होंने कहा, “पीटी उषा मैडम मुझसे मिलने अस्पताल आईं। एक फोटो क्लिक की गई… जैसा कि आपने कहा, राजनीति में बंद दरवाजों के पीछे बहुत कुछ होता है। इसी तरह, वहां (पेरिस में) भी राजनीति हुई। इसलिए मेरा दिल टूट गया। वरना बहुत से लोग कह रहे हैं कि ‘कुश्ती मत छोड़ो’। मैं किस लिए जारी रखूं! हर जगह राजनीति है।”
उस तस्वीर के बारे में आगे बात करते हुए, कई एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता ने आरोप लगाया कि तस्वीर उनकी जानकारी के बिना खींची गई थी और दिखावा करने के लिए इसे सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया।
“आप एक अस्पताल के बिस्तर पर हैं, जहां आप नहीं जानते कि बाहर जीवन में क्या हो रहा है, आप अपने जीवन के सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं। उस जगह पर, बस सभी को यह दिखाने के लिए कि आप मेरे साथ खड़े हैं, आपने बिना बताए फोटो खींच रहे हो, फिर सोशल मीडिया पर बोल रहे हो हम साथ में खड़े हैं।”
“आप इस तरह से समर्थन नहीं दिखाते। यह दिखावा मात्र है!”