पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जीवन पर आधारित यह फिल्म अपनी ‘संवेदनशील’ विषय-वस्तु के कारण विवाद में फंस गई है।
हाल ही में अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा किए गए एक वीडियो में उन्होंने बताया कि फिल्म की प्रमाणन प्रक्रिया को इसकी संवेदनशीलता और सेंसर बोर्ड के सदस्यों को दी गई धमकियों के कारण रोक दिया गया है।
इस मुद्दे पर बात करते हुए कंगना ने कहा, “ऐसी अफवाहें फैली हैं कि मेरी फिल्म ‘इमरजेंसी’ को सेंसर बोर्ड ने प्रमाणित कर दिया है। यह सच नहीं है। हालांकि हमारी फिल्म को सीबीएफसी से मंजूरी मिल गई थी, लेकिन सेंसर बोर्ड के सदस्यों को जान से मारने की कई धमकियों के कारण प्रमाणन में देरी हुई।”
उन्होंने फिल्म के विवादास्पद दृश्यों से उत्पन्न चुनौतियों के बारे में आगे बताते हुए कहा, “इससे हम पर दबाव पड़ा है कि हम फिल्म में श्रीमती इंदिरा गांधी की हत्या, भिंडरावाले और पंजाब दंगों को न दिखाएं। इससे यह सवाल उठता है: मैं फिल्म में वास्तव में क्या दिखा सकता हूं? कि फिल्म अचानक से ब्लैक आउट हो जाए।”
कंगना, जो न केवल फिल्म में अभिनय कर रही हैं, बल्कि इसका निर्देशन भी कर रही हैं, ने स्थिति पर अपनी निराशा और चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “यह मेरे लिए अविश्वसनीय समय है और मैं इस देश की स्थिति के लिए बहुत दुखी हूं।”
‘इमरजेंसी’ ने पहले ही काफी चर्चा बटोर ली है, और चल रहे विवाद के कारण यह फिल्म सुर्खियों में बनी रहेगी।
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